खरी खरी......
तंद्रा त्यागो कला मंत्री जी....!
- कलाकारों ने दम तोड़ दिया और बेपरवाह कला, संस्कृति मंत्री पानी- बिजली में अटके रहे.....
- झांसी से आते वक्त भरतपुर के पास हुआ था एक्सीडेंट जयपुर। झांसी में अपना कार्यक्रम देकर आ रहे कालबेलिया ग्रुप के लोक कलाकारों की गाड़ी का भयंकर एक्सीडेंट हो गया जिन्हें 1 मार्च 2020 को भरतपुर के अस्पताल से जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के लिए रेफर किया गया। वहीं मौके पर ही नगाड़ा वादक चाकसू के कोथून निवासी पप्पू की मौत हो गई। पप्पू के पीछे परिवार में कोई ऐसा जिम्मेदार व्यक्ति नहीं है। बच्चे भी अभी छोटे हैं। इस एक्सीडेंट ने पप्पू के परिवार को गहरा सदमा और संकट दिया है। अब उसके बच्चों के लिए दो वक्त के निवाले का बंदोबस्त भी कौन करेगा। इसके अलावा एक महिला कलाकार की पांव की तीन जगह से हड्डियां फैक्चर हो गई। जो अब शायद ही नृत्य कर सके। एक्सीडेंट इतना बड़ा था कि उस गाड़ी में सवार सभी कलाकार गंभीर रूप से घायल हो गए और सीट को आरी से काट कर घायलों को बाहर निकाला गया था। जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल ने भी महज औपचारिकता पूरी कर उन्हें घर भेज दिया। पानी पेच स्थित जिस बस्ती में यह कलाकार रहते हैं वहां इन्फेक्शन का बड़ा खतरा है। उसके बाद भी अस्पताल प्रशासन, चिकित्सा विभाग एवं कला संस्कृति विभाग ने कोई जिम्मेदारी नहीं दिखाई। बड़ी बात तो यह है कि अपने आपको कलाकारों का हितेषी घोषित करने वाले कला संस्कृति मंत्री बीडी कल्ला विधानसभा में जलदाय विभाग और ऊर्जा विभाग के प्रश्नों का उत्तर देते रहे लेकिन अपने पास ही अन्य विभाग कला संस्कृति विभाग की जिम्मेदारी भूल गए और कलाकारों की मदद करना तो बहुत दूर की बात कुशलक्षेम तक नहीं पूछी। जबकि कलाकार यहां जयपुर में ही निवास करते हैं। जयपुर के लोक कलाकारों ने यह कहा है कि यदि कला, संस्कृति विभाग कोई मदद को आगे नहीं आता है तो अब कलाकार सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेंगे।
तंद्रा त्यागो कला मंत्री जी.....!