सरकार को लेनी होगी कलाकारों की सुध

सरकार को लेनी होगी कलाकारों की सुध
-  दुर्घटना बीमा कैशलेस पॉलिसी और पेंशन योजना पर करना होगा का
- मुख्यमंत्री से मिलेंगे शहर के कलाकार
जयपुर। अभी 1 मार्च को झांसी से अपना संगीत का कार्यक्रम देकर लौट रहे कलाकारों की गाड़ी भरतपुर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि उसमें बैठे सभी  कलाकार गंभीर रूप से  घायल हो गए और कोथून निवासी पप्पू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। पप्पू के परिवार की आर्थिक हालत बेहद नाजुक है। उसके दो लड़के और दो लड़कियां हैं। लड़कियां बड़ी हैं जिनकी शादी के लिए पप्पू दिन-रात कार्यक्रमों में नगाड़ा एवं ढोल बजाकर पैसे एकत्रित करने का और घर चलाने का कार्य बरसों से करता आ रहा है। उसकी आंखों में सपने थे कि समाज में अच्छा लड़का देखकर वह अपनी लड़की का रिश्ता कर देगा। लेकिन विधाता को कुछ और ही मंजूर था। उसे क्या पता था कि यह कार्यक्रम उसके जीवन का आखरी कार्यक्रम बन जाएगा। और वह अब कभी घर नहीं  लौटेगा। बात यही नहीं है जब इस दुर्घटना का पता कला जगत में चला तो संपूर्ण कला जगत का माहौल शोक में तब्दील हो गया। वहीं दूसरी ओर विधानसभा में पानी और बिजली के प्रश्नों के जवाब देने में व्यस्त मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला यह भी भूल गए कि उनके पास कला- संस्कृति विभाग भी हैं। मंत्री ने दुर्घटना में घायल हुए किसी कलाकार की कुशलक्षेम भी नहीं पूछी और ना ही मृतक पप्पू के लिए दुख प्रकट किया। जबकि सहायता तो बड़ी दूर की बात है। इसी बात से खिन्न जयपुर का कला जगत अब अपने स्तर पर चैरिटी शो कर पप्पू के परिजनों को आर्थिक मदद करेगा एवं इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कलाकारों का एक शिष्टमंडल मिलेगा जो अपनी समस्याओं को खुलकर  मुख्यमंत्री के समक्ष रखेगा।