नारी महिमा की गौरव गाथा है "राजपुताना

नारी महिमा की गौरव गाथा है "राजपुताना"


- मीरा, हाड़ी रानी और पन्ना धाय का जीवंत चित्रण


जयपुर । सोशियल अवेयरनेस वॉइस ऑफ इच सोसायटी एवम अरमान फाउंडेशन के संयुक्त तत्त्वाधान में आयोजित 3 दिवसीय प्रियदर्शिनी कला महोत्सव के अन्तर्गत गुरुवार को प्रथम दिन रवींद्र मंच सभागार में दोपहर 12 बजे वरिष्ठ रंगकर्मी तपन भट्ट द्वारा लिखित एवं निर्देशित नाटक राजपुताना का मंचन किया गया ।


अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग के सहयोग से हुई इस नाट्य प्रस्तुति में राजस्थान की चार महान नारियाँ मीरा, हाड़ी रानी, पन्ना धाय और रानी पद्मिनी की गाथा दर्शायी गयी | गौरतलब है कि तपन भट्ट की इस चर्चित नाट्य कृति का मंचन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के भारत रंग महोत्सव सहित अनेक फेस्टिवल्स में हो चुका है। नाटक ये कहता है कि नारी नवरस का भंडार है उसे चिंगारी बनने पर मजबूर मत करो। नाटक में विशाल भट्ट, अभिषेक झाँकल्, संवाद भट्ट, रिमझिम, झिलमिल, अन्नपूर्णा शर्मा, अखिल चौधरी, नवीन, आशुतोष पारिक अभिषेक औदीच्य एवं अनुज भट्ट ने अभिनय किया। नाटक का मजबूत पक्ष था इसका संगीत जिसे तैयार किया सौरभ भट्ट और शैलेंद्र शर्मा ने। प्रकाश व्यवस्था दीपक गुप्ता की एवं रूप सज्जा रवि बांका की थी। नाटक में मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश थीं।