सरकार की छवि को बट्टा लगा रहा अधिकारी


- सचिवालय के प्रवेश पत्र पर विभाग की  थू थू
जयपुर।  शासन सचिवालय का प्रवेश पत्र पत्रकारों के लिए महज इसलिए बनता है कि किसी अधिकारी या विभाग की खबर यदि पत्रकार करना चाहता है तो उसे आने जाने में किसी प्रकार का कष्ट नहीं हो और वह आसानी से सचिवालय में बिना किसी लाइन में लगे संबंधित अधिकारी या विभाग में जाकर वहां की खबरों को जनता तक पहुंचाने का कार्य सुचारू रूप से आसानी के साथ कर सकें। लेकिन सूचना एवं जनसंपर्क विभाग को ना जाने कौन सा डर और भय सता रहा है कि जिसके चलते आज तक बनते आए  प्रवेश पत्रों को बंद करने का अघोषित निर्णय विभाग ने अपने स्तर पर ले लिया और इसका ठीकरा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री रघु शर्मा एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर फोड़ा जा रहा है। मजेदार बात यह है की सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में अपने आप को सर्वोपरि समझने वाले एक अधिकारी अरुण जोशी ने पत्रकारों के प्रवेश पत्र बनाने के लिए ही नहीं भेजे और यदि कोई पूछता है तो वह सिर्फ एक ही जवाब देते हैं कि मंत्री और मुख्यमंत्री नहीं चाहते कि पत्रकार सचिवालय में प्रवेश करें। इससे न सिर्फ सरकार की पत्रकार जगत में बुराई हो रही है बल्कि आम जनता में भी गलत संदेश जा रहा है। इस पर सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री रघु शर्मा को जल्द कदम उठाने चाहिए।